वैश्विक अर्थव्यवस्था पर बढ़ते व्यापार युद्ध के प्रभाव के बीच निवेशक चीनी स्टॉक ट्रैकिंग एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) से रिकॉर्ड मात्रा में पूंजी निकाल रहे हैं।
ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए नए Trump Tariffs टैरिफ के कारण चीनी बाजारों में अनिश्चितता बढ़ गई है, जिससे निवेशकों का विश्वास कम हुआ है।
यह पूंजी पलायन दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच बढ़ते तनाव का प्रत्यक्ष परिणाम है, जिससे वैश्विक विकास पर प्रभाव की चिंता बढ़ रही है।
इस लेख में हम चीन ईटीएफ से हो रहे अरबों डॉलर के बहिर्गमन, इसके कारणों और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर इसके प्रभावों का विस्तृत विश्लेषण करेंगे।
Trump Tariffs चीन ईटीएफ से रिकॉर्ड पूंजी का पलायन
चीन ईटीएफ से रिकॉर्ड पूंजी का पलायन देखा जा रहा है, जो व्यापार युद्ध के प्रभाव को दर्शाता है। अमेरिकी-सूचीबद्ध ईटीएफ से पूंजी के बहिर्गमन में वृद्धि देखी गई है, खासकर चीन से संबंधित ईटीएफ में।
अमेरिकी-सूचीबद्ध ईटीएफ से $5.57 बिलियन का बहिर्गमन Trump Tariffs
11 अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह में अमेरिकी-सूचीबद्ध उभरते बाजार ईटीएफ से कुल $5.57 बिलियन का बहिर्गमन देखा गया, जो एक वर्ष में सबसे अधिक है। यह स्थिति व्यापार युद्ध के कारण उत्पन्न अनिश्चितता को दर्शाती है।
- इस बहिर्गमन का मुख्य कारण व्यापार युद्ध की स्थिति है, जिससे निवेशकों में अनिश्चितता बढ़ी है।
- व्हाइट हाउस की नीतियों के कारण चीनी अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव की चिंता से निवेशक अपने पोर्टफोलियो से चीनी स्टॉक्स को कम कर रहे हैं।
चीन से $3.69 बिलियन का निकास
इस कुल राशि में से $3.69 बिलियन अकेले चीन से आया, जो दर्शाता है कि निवेशक विशेष रूप से चीनी बाजार से पूंजी निकाल रहे हैं। आने वाले महीनों में यह प्रवृत्ति जारी रह सकती है, जब तक कि दोनों देश व्यापार समझौते पर नहीं पहुंचते।
प्रमुख चीनी ईटीएफ पर प्रभाव
ट्रंप टैरिफ के चलते चीनी ईटीएफ में निवेशकों की रुचि घट रही है, जिससे इन फंड्स से पूंजी का बहिर्गमन हो रहा है। यह प्रभाव विभिन्न प्रमुख चीनी ईटीएफ में देखा जा रहा है, जिनमें से कुछ प्रमुख फंड्स की स्थिति निम्नलिखित है।
iShares चीन लार्ज-कैप ईटीएफ में $1.2 बिलियन का नुकसान Trump Tariffs
$5.6 बिलियन के iShares चीन लार्ज-कैप ईटीएफ से पिछले सप्ताह $1.2 बिलियन का बहिर्गमन दर्ज किया गया, जो इस फंड के लिए एक रिकॉर्ड है। यह बहिर्गमन ट्रंप प्रशासन द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण हुआ है, जिससे निवेशकों का विश्वास घटा है।
KraneShares CSI चीन इंटरनेट ईटीएफ से $1 बिलियन का बहिर्गमन Trump Tariffs
KraneShares CSI चीन इंटरनेट ईटीएफ से $1 बिलियन से अधिक की निकासी हुई, जो दर्शाता है कि निवेशक चीन के टेक सेक्टर से भी पूंजी निकाल रहे हैं। Trump Tariffs यह स्थिति व्यापार युद्ध के कारण उत्पन्न अनिश्चितता को दर्शाती है।
Xtrackers हार्वेस्ट CSI 300 चीन A-शेयर्स ईटीएफ से $780 मिलियन का निकास
Xtrackers हार्वेस्ट CSI 300 चीन A-शेयर्स ईटीएफ से $780 मिलियन का रिडेम्पशन दर्ज किया गया, जो इस फंड के लिए अब तक का सबसे बड़ा बहिर्गमन है। यह निकास ट्रंप टैरिफ के नकारात्मक प्रभाव को उजागर करता है।
ईटीएफ नाम | बहिर्गमन राशि |
---|---|
iShares चीन लार्ज-कैप ईटीएफ | $1.2 बिलियन |
KraneShares CSI चीन इंटरनेट ईटीएफ | $1 बिलियन |
Xtrackers हार्वेस्ट CSI 300 चीन A-शेयर्स ईटीएफ | $780 मिलियन |
ट्रंप टैरिफ के चलते चीन ईटीएफ से अरबों डॉलर के बहिर्गमन का प्रभाव
चीन ईटीएफ से अरबों डॉलर के पलायन का वैश्विक बाजारों पर गहरा प्रभाव पड़ रहा है। व्यापार तनाव के कारण निवेशकों का विश्वास हिल गया है, जिससे बाजारों में अस्थिरता बढ़ रही है।
वैश्विक बाजारों पर प्रभाव
दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार तनाव ने वैश्विक बाजारों को अस्थिर कर दिया है। चीन ईटीएफ से अरबों डॉलर के बहिर्गमन से न केवल चीनी बाजार बल्कि अन्य उभरते बाजारों पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
- वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ रही है
- निवेशकों का विश्वास हिल गया है
- चीनी बाजार और अन्य उभरते बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव
वैश्विक विकास पर चिंताएं
टैरिफ वृद्धि और चीनी ADRs के बारे में नकारात्मक अटकलों के संयोजन ने पिछले सप्ताह चीन विशिष्ट ईटीएफ पर समर्पण की ओर ले जाया। उपभोक्ता विश्वास और खर्च पर इसका प्रभाव पड़ने की संभावना है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था के विकास पर दबाव बढ़ सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रवृत्ति तब तक जारी रह सकती है जब तक दोनों पक्ष कुछ सामान्य आधार नहीं ढूंढ लेते।
अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध का वर्तमान स्थिति
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध की वर्तमान स्थिति बहुत ही जटिल होती जा रही है। दोनों देशों ने एक दूसरे पर टैरिफ लगाए हैं, जिससे वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ी है।
चीन द्वारा अमेरिकी वस्तुओं पर 125% शुल्क
पिछले सप्ताह, बीजिंग ने ट्रंप के नवीनतम टैरिफ के जवाब में सभी अमेरिकी वस्तुओं पर शुल्क को 125% तक बढ़ा दिया। यह कदम प्रशासन के कार्यों को “मजाक” बताते हुए उठाया गया था।
व्हाइट हाउस द्वारा चीनी वस्तुओं पर 145% शुल्क
व्हाइट हाउस ने चीनी वस्तुओं पर 145% शुल्क निर्धारित किया, जिससे व्यापार युद्ध और भी तीव्र हो गया है। विश्लेषकों का मानना है कि यदि यह स्थिति जारी रहती है, तो इसका प्रभाव न केवल चीन और अमेरिका बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा।
देश | वस्तुओं पर शुल्क |
---|---|
चीन | अमेरिकी वस्तुओं पर 125% |
अमेरिका | चीनी वस्तुओं पर 145% |
चीन की अर्थव्यवस्था पर प्रभाव और प्रतिक्रिया
चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव का प्रभाव चीन की अर्थव्यवस्था पर गहरा पड़ रहा है। ट्रंप प्रशासन के टैरिफ के कारण चीन की अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।
चीन के विकास पर नकारात्मक प्रभाव
बढ़ते व्यापार युद्ध के कारण चीन के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। इससे चीन की अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ेगा और विकास दर प्रभावित हो सकती है।
चीन द्वारा “अंत तक लड़ने” का संकल्प
चीन ने कहा है कि वह आगे किसी भी वृद्धि का मिलान नहीं करेगा, लेकिन उसने अन्य अनिर्दिष्ट जवाबी उपायों के साथ “अंत तक लड़ने” की अपनी प्रतिज्ञा को दोहराया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि चीन इस व्यापार युद्ध को गंभीरता से ले रहा है।
अतिरिक्त आर्थिक प्रोत्साहन पर चर्चा
पिछले सप्ताह, चीन के शीर्ष नेताओं ने ट्रंप प्रशासन के टैरिफ के जवाब में अतिरिक्त आर्थिक प्रोत्साहन पर चर्चा की। इसमें उपभोक्ता खर्च को बढ़ावा देने, जन्म दर और कुछ निर्यात के लिए सब्सिडी शामिल हो सकती हैं।
प्रभाव | विवरण |
---|---|
विकास पर प्रभाव | चीन के विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना |
आर्थिक प्रोत्साहन | अतिरिक्त आर्थिक प्रोत्साहन पर चर्चा, जैसे उपभोक्ता खर्च बढ़ाना और सब्सिडी देना |
चीन की प्रतिक्रिया | “अंत तक लड़ने” का संकल्प और अनिर्दिष्ट जवाबी उपाय |
मुख्य भूमि चीन में ईटीएफ की स्थिति
मुख्य भूमि चीन में ईटीएफ के प्रवाह में एक ऐतिहासिक परिवर्तन देखा गया है। जबकि विदेशी निवेशक चीनी ईटीएफ से पूंजी निकाल रहे हैं, चीनी मुख्य भूमि पर सूचीबद्ध ईटीएफ में पिछले सप्ताह लगभग $24 बिलियन का शुद्ध प्रवाह देखा गया।
चीनी मुख्य भूमि पर सूचीबद्ध ईटीएफ में $24 बिलियन का प्रवाह
यह अक्टूबर में स्थापित लगभग $23 बिलियन के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया, क्योंकि राज्य समर्थित फंडों ने शेयर बाजार का समर्थन करने के लिए इन उत्पादों को खरीदा। यह स्थिति दर्शाती है कि चीन सरकार अपने घरेलू बाजार को स्थिर रखने के लिए सक्रिय कदम उठा रही है।
राज्य समर्थित फंडों द्वारा शेयर बाजार को समर्थन
टैरिफ युद्ध के बीच, चीन अपनी अर्थव्यवस्था की दर को बनाए रखने के लिए विभिन्न रणनीतियों का उपयोग कर रहा है। निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण संकेत है कि चीन अपने बाजारों को स्थिर रखने के लिए प्रतिबद्ध है, भले ही अमेरिकी प्रशासन के साथ व्यापार संघर्ष जारी रहे।
निष्कर्ष
चीन ईटीएफ से निवेशकों द्वारा पूंजी निकालने की प्रवृत्ति तब तक जारी रह सकती है जब तक दोनों पक्ष सामान्य आधार नहीं ढूंढ लेते। ट्रंप टैरिफ के कारण चीन ईटीएफ से अरबों डॉलर के बहिर्गमन ने वैश्विक बाजारों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। यह व्यापार तनाव न केवल चीन की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है, बल्कि वैश्विक विकास पर भी चिंता बढ़ा रहा है। निर्यात-आधारित अर्थव्यवस्थाओं और उभरते बाजारों पर इसका प्रभाव विशेष रूप से चिंताजनक है। इस वर्ष और आने वाले महीनों में चीन के विकास पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है।
FAQ
ट्रेड वॉर के कारण चीन ईटीएफ पर क्या प्रभाव पड़ा है?
ट्रेड वॉर के कारण चीन ईटीएफ से अरबों डॉलर का बहिर्गमन हुआ है, जिससे वैश्विक बाजारों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
व्हाइट हाउस द्वारा चीनी वस्तुओं पर शुल्क लगाने का क्या उद्देश्य है?
व्हाइट हाउस द्वारा चीनी वस्तुओं पर शुल्क लगाने का उद्देश्य चीन को व्यापार में अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए दबाव डालना है।
चीन की अर्थव्यवस्था पर टैरिफ के प्रभाव को कैसे कम किया जा सकता है?
चीन अपनी अर्थव्यवस्था पर टैरिफ के प्रभाव को कम करने के लिए अतिरिक्त आर्थिक प्रोत्साहन और अन्य उपायों पर विचार कर रहा है।
चीनी मुख्य भूमि में ईटीएफ की स्थिति कैसी है?
चीनी मुख्य भूमि पर सूचीबद्ध ईटीएफ में बिलियन का प्रवाह देखा गया है, जो राज्य समर्थित फंडों द्वारा शेयर बाजार को समर्थन देने के कारण है।
वैश्विक विकास पर चीन-यूएस ट्रेड वॉर का क्या प्रभाव है?
चीन-यूएस ट्रेड वॉर के कारण वैश्विक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की चिंताएं हैं, क्योंकि यह वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता को बढ़ावा देता है।